कभी जीत की तमन्ना लिये उठ जाओ
तो क्या बात है ….।।
कभी ठान लो नेकी की राह
तो क्या बात है ……।।
कभी बॉट लो हिस्से की थोड़ी ख़ुशी
तो क्या बात है …….।।
कभी बुझ गये सपनों को नये पंखो से उड़ा दो
तो क्या बात है …… !!
कभी रूठे हुऐ साथी को माफी दो
तो क्या बात है …….।।
कभी दुश्मन को गले से लगा लो
तो क्या बात है ………।।

कभी ईमान से कुछ तमग़े पा लो
तो क्या बात है …..।।
कभी वतन को इंकलाब बना लो
तो क्या बात है ………।।
कभी इक आध सच्चा दोस्त पा लो
तो क्या बात है …….।।
कभी बापू की थपकी पा लो
तो क्या बात है ……।।
कोई छोटा जो मुखौटा जी ले
तो क्या बात है ……. !!
कभी कोई कहानी बना दे
तो क्या बात है ……..!!
कभी जीत की तमन्ना लिये उठ जाओ
तो क्या बात है……..!!