हैरान क्यों है ?

देखकर ये तमाशा , तू हैरान क्यों है ?

रियासत में सियासत है , तू हैरान क्यों है ?

जुबॉ में ज़हर है , तू हैरान क्यों है ?

दिलों में ज़हर है , तू परेशान क्यों है ?

यहॉ तो हवा में भी ज़हर है , तू हैरान क्यों है ?

Be happy 😊🌸💫

आवाज़ इंकलाब की नही , आग उत्पात की है

इतिहास भूल जा , बात बस आज की है

नक़ाबों के पीछे मोहब्बत दरकिनार है

कीचड़ों की दीवार है और हाथ में गुलाब है

सब ज़िन्दाबाद है , तू हैरान क्यों है ?

ज़िन्दगी के इस मिज़ाज से , तू हैरान क्यों है ?

वक़्त के सफ़र में , ठहराव क्यों है ?

बारूद की बिसात में , जिन्दा लाश क्यों है ?

देखकर ये तमाशा , तू हैरान क्यों है ?

रियासत में सियासत है , तू हैरान क्यों है ………!!